रजत जयंती स्मारिका 'संस्कार' का हुआ विमोचन



    • रजत जयंती स्मारिका 'संस्कार' का हुआ विमोचन









अज्ञान तिमिर दूरकर प्रत्येक प्राणी के जीवन में ज्ञान की ज्योति जलाएं : मुनि श्री सुप्रभसागर

ललितपुर। नगर के अटा जैन मंदिर में  विराजमान परम पूज्य श्रमणाचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज के प्रभावक शिष्य मुनि श्री सुप्रभसागर जी महाराज एवं नगर गौरव मुनि श्री प्रणतसागर जी महाराज के पावन सान्निध्य में श्री वर्णी बाल विद्या मंदिर , श्री वर्णी पूर्व माध्यमिक विद्यालय मड़ावरा की रजत जयंती स्मारिका 'संस्कार' का विमोचन उत्साह पूर्वक किया गया। आयोजन का शुभारंभ पंडित निहालचंद्र जैन के मंगलाचरण से हुआ। इसके बाद मड़ावरा से आये अतिथियों ने आचार्य श्री विशुद्धसागर जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया तथा स्मारिका के संपादक मंडल एवं विद्यालय प्रबंध समिति के पदाधिकारियों ने मुनिद्वय को श्रीफल समर्पित कर आशीर्वाद ग्रहण किया।

स्मारिका का विमोचन विद्यालय के अध्यक्ष अभिनंदन सौरया, इंजी. नेमी चंद्र जैन (डी. आर.डी. ए. ललितपुर), संजीव जैन लकी बुक डिपो, धार्मिक आयोजन समिति संयोजक मनोज बबीना, डॉ. सुनील संचय, गेंदालाल सतभैया, रवि जैन चुनगी, शादीलाल एडवोकेट, निहालचंद्र चंद्रेश आदि के कर कमलों से स्मारिका के प्रबंध संपादक डॉ. शिखरचन्द्र सिलोनिया, राजू सौरया, डी. के. सराफ मड़ावरा ने सम्पन्न कराया। इसके बाद मुनिद्वय को प्रति समर्पित कर आशीर्वाद लिया।

इस अवसर पर मुनि श्री सुप्रभसागर जी महाराज ने कहा कि मड़ावरा की धरा विद्वानों, ज्ञानियों की जन्मदात्री धरा है। गणेशप्रसाद जी वर्णी की कर्मभूमि भी यही पावन धरा है। वर्णी जी ने बुंदेलखंड ही नहीं अपितु सम्पूर्ण भारतवर्ष में ज्ञान की अनूठी अलख जगाई । उसी श्रृंखला में दिगंबर जैन समाज के पुरुषार्थ से वर्णी बाल विद्या मंदिर एवं वर्णी पूर्व माध्यमिक विद्यालय मड़ावरा ने संयुक्त रूप से विगत 25 वर्षों से उत्कृष्ट  शिक्षा के क्षेत्र में अपनी महती भूमिका का निर्वहन कर ज्ञान की जो धारा प्रवाहित की है वह यथार्थ में सराहनीय है, क्योंकि नीतिकारों ने कहा है कि-ज्ञान समान न आन जगत में सुख का कारण।

समस्त विद्यालय परिवार को यही शुभाशीष है कि आप ऐसे ही प्रत्येक प्राणी के जीवन में ज्ञान की ज्योति जलाकर, अज्ञान के अंधकार को दूर करके, स्वयं भी पूर्ण ज्ञान को प्राप्त कर अखंड ज्ञानी बनें।

संचालन डॉ सुनील जैन संचय ने किया।

इस दौरान स्मारिका के प्रबंध संपादक डॉ. शिखरचन्द्र सिलोनिया व राजू सौरया, डी. के. सराफ मड़ावरा ने प्रबंध कमेटी द्वारा इंटर कॉलेज की मान्यता एवं नवीन भवन निर्माण कार्य के बारे में जानकारी से अवगत कराया तथा स्मारिका के बारे में जानकारी दी। 

स्मारिका में प्रारंभ में मुनि श्री सुप्रभसागर जी के आशीष वचन इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ, सुरेश जैन आईएफएस, डॉ सत्यपाल मीना संयुक्त निदेशक आयकर विभाग, जिला विद्यालय निरीक्षक रामशंकर, तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनोज वर्मा, इंजी. नेमी चंद्र जैन (डी. आर.डी. ए. ललितपुर), पंडित विमल जैन, डॉ. सुरेन्द्र जैन भारती आदि के शुभकामना संदेश सचित्र प्रकाशित किये गए हैं। इसके साथ ही अनेक उपयोगी लेख, कविताएं तथा विद्यालय से संबंधित जानकारी और चित्रों का आकर्षक रूप में प्रकाशन किया गया है। विद्यालय में अध्ययन कर वर्तमान में विभिन्न उच्च पदों पर कार्यरत अनेक पूर्व छात्रों के अनुभव भी प्रकाशित हैं।

उल्लेखनीय है कि उक्त विद्यालय को  इंटर कॉलेज तक करने  हेतु भूमि शिलान्यास पिछले वर्ष सम्पन्न हो चुका है जिसका कार्य प्रगति पर है।


                                                                       डॉ. सुनील जैन संचय, ललितपुर







 

 









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